ऑपरेशन ग्रीन्स योजना
ऑपरेशन गेम्स योजना की शुरुआत स्वर्गीय श्री अरूण जेटली के द्वारा की गई थी जो की यह पहले वित्त मंत्री रह चुके हैं। इनके द्वारा 2018-19 के बजट भाषण में इस योजना की शुरुआत की गई थी जिसे चलाने के लिए 500 करोड़ रुपए का बजट के साथ लाया गया था। ऑपरेशन ग्रीन्स योजना सभी फलों एवं सब्जियों को कीमतों को स्थिर बनाए रखने के लिए लाई गई थी जिसके तहत जितने भी फल एवं सब्जी विक्रेता है वह अपना दम एक जैसा रखें। आज के इस आर्टिकल में ऑपरेशन ग्रीन्स योजना से जुड़ी जानकारी मिलने वाली है कृपया आप हमारे आर्टिकल के प्रत्येक पैराग्राफ को शुरू से लेकर अंत तक पढ़े जिससे कि आपको इस योजना के बारे में जानकारी मिल सके।
ऑपरेशन ग्रीन्स योजना क्या है ?
भारत सरकार के द्वारा फसलों के दामों को स्थिर बनाए रखने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी जिसमें से कुछ ऐसे फसल जैसे टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) फसलों की आपूर्ति को स्थिर करना और मूल्य अस्थिरता के बिना पूरे वर्ष पूरे देश में टीओपी फसलों की उपलब्धता सुनिश्चित करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। इस योजना को लाने से कृषि सुविधाओं एवं कृषि उत्पादन के पेशेवरों को सुविधा प्रदान की जाती है। ऑपरेशन ग्रीन्स योजना के माध्यम से भारत सरकार को किसी दूसरे वस्तुओं पर जोर देने के अलावा बुनियादी अवयवों पर ज्यादातर ध्यान देती है।
ऑपरेशन ग्रीन्स में कितने फसल शामिल है ?
भारतीय उत्तर के अनुसार ऑपरेशन ग्रीन्स में 22 फसल को शामिल किया गया है। इसके पहले भारत सरकार के द्वारा केवल तीन मुख्य फसल ही शामिल किए गए थे। टमाटर तथा प्याज और आलू यही तीन फसल को ऑपरेशन ग्रीन्स योजना में शामिल किया गया था। लेकिन बाद में सरकार की तरफ से इस योजना पर मंथन करने के बाद 22 फसल को शामिल किया गया है। इस योजना को सफल बनाने में कृषि, खाद्य, उपभोक्ता मामले, खाद्य प्रसंस्करण, रेल और नागरिक उड्डयन मंत्रालय जुटे हुए है।
Operation Green Yojana
हमारे भारत देश में फसल की खेती ज्यादा होती है जिससे कि यहां हर तरह की सब्जियां एवं फल पाए जाते हैं। भारत में सब्जियां तो उगाई जाती है बल्कि अनेक क्षेत्रों में पहुंचने के लिए भारत सरकार के द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई है ताकि जिस क्षेत्र में सब्जियां फल नहीं उगाई जाती है उसे क्षेत्र के रहने वाले नागरिकों को भी पूरा किया जा सके इसीलिए भारत सरकार के द्वारा इस योजना की शुरूआत किया गया है। भारत में जितने सब्जियां एवं फल उगाए जाते हैं उन्हें बचना भी जरूरी है क्योंकि यदि इन दोनों के ताल में यदि बिगड़ती है तो इसके रेट में भी अंतर देखने को मिलता है इसी कारण भारत में कभी-कभी किसी भी सब्जियों का रेट बहुत हाई-फाई होती है। सब्जी के कीमत को स्थिर रखने के लिए यह योजना काम कर रही है।
ऑपरेशन ग्रीन योजना इसे कैसे जुड़े ?
भारत सरकार के द्वारा चलाए गए ऑपरेशन ग्रीन योजना में यदि आप जुड़ना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल को पूरा पढ़कर इस योजना से जुड़ी जानकारी ले सकते हैं। इस योजना में जुड़ने के लिए भारत सरकार की ओर से एक वेबसाइट जारी किए गए हैं जहां आपको जाकर जुड़ने के लिए एक आवेदन करना होता है तभी आप इस योजना में जुड़ सकते हैं इसके लिए आप भारत सरकार के द्वारा जारी किए गए ऑपरेशन ग्रीन योजना के वेबसाइट पर जाए और अपना रजिस्ट्रेशन कराकर इसमें अपनी सदस्यता प्राप्त कर सकते हैं इसके लिए आपको किसी प्रकार के चार्ज नहीं देनी होगी यह निशुल्क है।
ऑपरेशन ग्रीन्स योजना के लाभ
ऑपरेशन ग्रीन योजना के तहत प्रसंस्करण और संगठित खुदरा बिक्री के क्षेत्र में एक आपस संबंध स्थापित करना होता है। इस योजना के कारण किसानों को फल एवं सब्जी में होने वाले कीमतों के बारे में जानकारी को एकत्रित करके सरकार के पास पहुंचने के काम करती है। इसके बाद सरकार की तरफ से इनके दाम निर्धारित करते हैं और इस Rate के आधार पर बाजारों में बिक्री की जाती है।
नोट : मेरे द्वारा इस आर्टिकल में ऑपरेशन ग्रीन्स योजना से जुड़ी जानकारी दी गई है। यदि आपको इस योजना के बारे में किसी प्रकार की जानकारी नहीं है और आप जानने के लिए इच्छा रखते हैं तो इस आर्टिकल को पढ़कर इस योजना के बारे में पूरी तरीके से जान सकते हैं। यह योजना किसानों के लिए लाभकारी योजना है। इस योजना के तहत फल एवं सब्जी विक्रेता वाले को काफी लाभ मिलने वाला है। यदि आप एक किसान है और लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पढ़कर इस योजना से जुड़े जानकारी ले सकते हैं और इसका उपयोग कर सकते हैं।